व्यक्तीकरण, अर्थ लगाना ।

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

ताबीर संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] स्वप्न आदि का शुभाशुभ वर्णन । उ॰— इबादत में रहता है रोशन जमीर । बतावेगा ताबीर वह मर्द पीर ।— दक्खिनी॰, पृ॰ ३०० ।