तरु
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
तरु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. वृक्ष । पेड़ ।
२. गति । वेग (को॰) ।
३. काठ का एक पात्र जिसमें सोम लिया जाता था (को॰) ।
४. एक प्रकार का चीड़ जिसके पेड़ खसिया की पहाड़ी, चटगाँव और बरमा में होते हैं । विशेष—इसमें से जो बिरोजा या गोंद निकलता है, वह सबसे अच्छा होता है । तारपीन का तेल भी इससे बहुत अच्छा निकलता है ।
तरु ^२ वि॰ रक्षक । रक्षा करनेवाला ।