प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

तरसा क्रि॰ वि॰ [सं॰ तरस्] शीघ्र । उ॰—कमललोचन क्या कल आ गए, पलट क्या कुकपाल क्रिया गई । मुरलिका फिर क्यों वन में बजी । बन रसा तरसा बरसा सुधा । प्रिय॰ पृ॰ २२८ ।