प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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तरण संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. नदी आदि को पार करने का काम । पार करना ।

२. पानी पर तैरनेवाला तख्ता । बेडा़ ।

३. विस्तार । उद्धार ।

४. स्वर्ग ।

५. नौका (को॰) ।

६. पराजित करना । (को॰) ।