संस्कृति और सामाजिक संरचना

मूल सम्पादन

इस शब्द का मूल अरबी का दीन है जिसका अर्थ होता है नेकी और ईश्वर के प्रति श्रद्धा ।

प्रयोग सम्पादन

नूर-ए-सरमाया से है रू-ए-तमद्दुन की ज़िला
हम जहाँ हैं वहाँ तहज़ीब पल नहीं सकती
मुफ़लिसी हिस्स-ए-लताफ़त को मिटा देती है
भूख आदाब के साँचे में ढल नहीं सकती

---साहिर लुधियानवी