तपसनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'तपस्विनी' । उ॰—काम कुमत्तों उप्पनौं दिय तपसनी स्राप । बीसल दे बुधि चल विचल प्रगटि पुव्व कौ पाप ।—पृ॰ रा॰, १ ।४९५ ।