प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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तत्वज्ञान संज्ञा पुं॰ [सं॰ तत्त्वज्ञान] ब्रह्म, आत्मा और सृष्टि आदि के संबंध का यथार्थ ज्ञान । ऐसा ज्ञान जिससे मनुष्य को मोक्ष हो जाय । ब्रह्मज्ञान । विशेष॰—सांख्य और पातंजल के मत से प्रकृति और पुरुष का भेद जानना और विदांत के मत से अविद्या का नाश और वस्तु का वास्तविक स्वरूप पहचानना ही त्तवज्ञान है । यौ॰—तत्वज्ञानार्थ दर्शन = तत्वज्ञान का विमर्श या आलोचना ।