प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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तक्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मट्ठा । छाछ । मठा । उ॰—छलकत तक्र उफनि अँग आवत नहिं जानति तेहि कालहि सों ।—सूर (शब्द॰) ।

२. शहतूत के पेड़ का एक रोग ।