तक्मीम संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] १. सीधा करना । २. मूल निश्चित करना । ३. पंचांग । जंतरी । उ॰—मुनज्जिम अक्ल का देखा ताजा तक्वीम । किया है बात सूँ उस वक्त तरकीम ।—दक्खिनी॰, पृ॰ २७६ ।