तकाजा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
तकाजा संज्ञा पुं॰ [अ॰ तका़जा]
१. ऐसी चीज माँगना जिसके पाने का अधिकार हो । तगादा । जैसे,—जाओ, उनसे रुपयों का तकाजा करो ।
२. कोई ऐसा काम करके के लिये कहना जिसके लिये वचन मिल चुका हो । जैसे,—बहुत दिनों से उनका तकाजा है । चलो आज उनके यहाँ हो आएँ ।
३. किसी प्रकार की उत्तेजना या प्रेरणा । जैसे, उम्र या वक्त का तकाजा ।
४. आवश्यकता । जरूरत (को॰) ।
५. किसी काम के लिये किसी से बराबर कहना (को॰) । यौ॰—तकाजाए उम्र = (१) उम्र की माँग । (२) उम्र के लिहाज से कोई काम करना या न करना । तकाजाए वक्त = समय की माँग । किसी समय क्या करना है यह माँग ।