प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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तकसीर संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ तक़सीर]

१. अपराध । दोष । कसूर ।

२. भूल । चूक । त्रुटि । उ॰—सच तो यों है कि हमें इश्क सजावार नहीं । तेरी तकसीर है क्या ।—श्यामा॰, पृ॰ १०२ ।

३. कर्तव्य में कमी (को॰) ।

४. न्यूनता । कमी (को॰) ।

तकसीर ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰]

१. प्रचुरता । अधिकता ।

२. वृद्धि करना । आधिक्य करना [को॰] ।