तकबीर संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] १. किसी को बड़ा मानना या कहना । २. ईश्वर की प्रशंसा । उ॰—ऊँ लोहा पीर । ताँबा तकबीर । गोरख॰, पृ॰ ४१ ।