प्रकाशितकोशों से अर्थ
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तंगी संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰]
१. तंग या सँकरे होने का भाव । संकी— णँता । संकोच ।
२. दुःख । तकलीफ । क्लेश ।
३. निर्धनता । गरीबी ।
४. कमी । उ॰— बंध ते निर्बंध कीन्हा तोड़ सब तंगी । कहैं कबीर अगम गम कीया नाम रंग रंगी ।—कबीर श॰ भा॰ १, पृ॰ ७७ ।