ढाना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनढाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ ढाहना]
१. दिवार, मकान आदि को गिराना । ऊँची उठी हुई वस्तु को तोड़ फोड़कर गिराना । ध्वस्त करना । उ॰ — जब मैं बनाकर प्रस्तुत करता हूँ तब वह आकर ढा जाता है ।—कबीर मं॰, पृ॰, ७९ । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—देना ।
२. गिराना । गिराकर जमीन पर डालना । जैसे, किसी को मारकर ढाना । संयो॰ क्रि॰—देना ।