प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ढाण † संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] ऊँट की तेज चाल । गति । उ॰— क्रम क्रम, ढोला पंथ कर, ढाण म चूके ढाल । आ मारू बीजी महल, आखइ झूठ एवाल ।—ढोला॰, दू॰ ४४० । मुहा॰—ढाण घालना = तेज चलाना । उ॰— ऊँट ने चढ़ता ही ढाण नहीं घालाणो ।—ढोला॰ (परि॰१), पृ॰ २५४ ।