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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

डायल संज्ञा पुं॰ [अं॰]

१. घड़ी के सामने का वह गोल भाग जिसके ऊपर अंक वने होते हैं और सुइयाँ घुमतौ हैं । घड़ी का चेहरा ।

२. पहिए का टेढ़ा हो जाना (विशेषतः साइकिल आदि का) । अपनी जगह पर ठीक न बैठना ।