डाँगा संज्ञा पुं॰ [सं॰ वण्डक] १. जहाज के मस्तूल में रस्सियों को फैलाने के लिये आड़ी लगी हुई धरन । २. लंगड़ के बीच का मोटा डंडा । (लश॰) ।