डाँकना † क्रि॰ स॰ [सं॰ तक (= चलना)] १. कुदकर पार करना । लाँघना । फाँदना । २. पार कर जाना । लाँघ जाना । उ॰—अजगर उड़ा सिखर कौ डाँका, गरुड़ थकित होय बैठा ।—दरिया॰ बानी पृ॰ ५९ । २. वमन करना । उलटी करना । ३. जोर से पुकारना । आवाज देना ।