डहराना † क्रि॰ अ॰ [हिं॰ डहरना] चलावा । दौड़ावा । फिरना । उ॰—कोऊ बिरखि रही भाव चंदन एक चित आई । कोऊ बिरनि बिथुरी भृकृटि पर नैन डहराई ।—सूर (शब्द॰) ।