डसाना † ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ डासना] बिछाना । उ॰—'हे राम' खचित यह वही चैतरा भाई । जिसपर बापू ने अंतिम सेज डसाई ।— सूत॰ पृ॰ १३७ ।