डरावा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ डराना] १. वह लकड़ी जो फलदार पेड़ों में चिड़ियाँ उड़ाने के लिये बँधी रहती है । इसमें एक लंबी रस्सी बँधी होती है जिसे खींचने से खट खट शब्द होता है । खट— खटा । घड़का । †२. डराने की दृष्टि से कही बात ।