डरारा पु † वि॰ [हिं॰ डोरा + आर (प्रत्य॰)] (आँख) जिसमें डोरे या हलकी रक्ताम रेखा हो । मस्त (आँख) । उ॰—मीन मधुर पंकज मृग हारै । निरखत लोचन जुगम डरारे ।— माधवानन॰, पृ॰ १९० ।