डमकना ^१ क्रि॰ अ॰ [अनु॰] ध्वनि या शब्द करना (ढोल आदि का) ।
डमकना पु ^२ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ दमकना] चमकना । द्योतित होना । उ॰—चोपग चिंतामण वणक, वे डमक्या बरबार ।—बाँकी॰ ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ७५ ।