प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ठिहारी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठहरना] ठहराव । निश्चय । इकरार । उ॰—जैसी हुती हमते तुमते अब होयगी वैसियै प्रीति बिहारी । चाहत जौ चित में हित तो जनि बोलिय कुंजन कुँजबिहारी ।— सुंदरीसर्वस्व (शब्द॰) ।