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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ठिकना † क्रि॰ अ॰ [सं॰ स्थिति + √कृ > करण] ठिठकना । ठहरना । रुकना । अड़ना । उ॰—रस भिजए दोऊ दुहुनि तउ ठिकि रहैं टरैं न । छबि सों छिरकत प्रेम रँग भरि पिचकारी नैन ।—बिहारी (शब्द॰) । संयो॰ क्रि॰—जाना ।—रहना ।