प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ठिक ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ टिकिया] धातु की चद्दर का कटा हुआ छोटा टुकड़ा जो जोड़ लगाने के काम में आवे । थिगली । चकती ।

ठिक ^२पु वि॰ [हिं॰] दे॰ 'ठीक' । उ॰—यातें यह ठिक जान्यौ परै । अपनो बिभौ आप बिस्तरै ।—घनानंद, पृ॰ २७५ ।

ठिक ^३पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्थितिक] ठहराव । स्थिरता । उ॰—जासों नहीं ठहरै ठिक मान को, क्यों हठ कै सठ रूठनो ठानति ।— घनानंद, पृ॰ १२४ ।