हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ठहरौनी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ठहराना, पुं॰ हिं॰ ठहरावनी]

१. विवाह में लेन देन का करार ।

२. किसी भी प्रकार का पारस्परिक करार या निश्चय ।