हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ठर्री संज्ञा स्त्री॰ [देश॰]

१. बिना अंकुर उठा हुआ धान का बीज जो छितराकर बोया जाता है ।

२. बिना अंकुर उठे हुए धान की बोआई ।