ठड़िया संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ठाड़] वह नैचा जिसकी निगाली बिलकुल खड़ी होती है । विशेष—ऐसा नैचा लखनऊ में बनता है और मिट्टी की फरशी में लगाया जाता है । मुसलमान इसका व्यवहार अधिक करते हैं ।