टरी † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ घात, घात] मतलब निकालने की घात । प्रयोजनसिद्धि का ढंग । ताक । युक्ति । जोड़ तोड़ । मुहा॰—टही लगाना = जोड़ तोड़ लगाना । टही में रहना = काम निकालने की ताक में रहना ।