टगाटगी पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ टकटकी] समाधि की अवस्था । उ॰—टगाटगी जीवन मरण,ब्रह्म बराबरि हौइ ।—दादू॰, पृ॰ १४४ ।