टगर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनटगर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. टंकण । सोहागा ।
२. विलास । क्रीड़ा ।
३. तगर का पेड़ ।
४. मेड़ (को॰) ।
५. टीला (को॰) ।
टगर ^२ वि॰ तिरछी निगाह से देखनेवाला । ऐंचाताना [को॰] । क्रि॰ प्र॰—देखना ।
टगर टगर पु क्रि॰ वि॰ [हिं॰] आँखें खोले हुए । ध्यान लगाकर । टकटकी बाँधकर । उ॰—सोभासदन वदन मोहन को देखि जी जियै टगर टगर ।—घनानंद, पृ॰ ४८९ ।