टगना पु क्रि॰ अ॰ [?] टलना । डिगना । उ॰—टगै न टेक टूटि नहि जाई । टलै काल औरहि कौ पाई ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २२२ ।