टकराहट संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ टकराना] १. टकराने का भाव या क्रिया । उ॰—वह स्वर जिसकी तीखी सशक्त टकराहट से, नारी की आत्मा में भी कुछ जग जाता है ।—ठंडा॰, पृ॰ ७१ । २. संघर्ष । लड़ाई ।