प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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झौर संज्ञा पुं॰ [अनु॰ झाँव झाँव]

१. झंझट । बखेड़ा । हुज्जत । तकरार । हौरा । विवाद । उ॰—(क) नहीं ढीठ नैनन ते और । कितनों मैं बरजति समझावति उलटि करत हैं झौर ।—सूर (शब्द॰) । (ख) महरि तुम ब्रज चाहति कछु और । बात एक मैं कही कि नाहीं आप लगावति झौर ।— सूर (शब्द॰) ।

२. डाँट । फटकार । कहासुनी । ऊँचा नीचा । उ॰—और को केतउ झौर सहै पै न बावरी रावरी आस भुलैहै ।—द्विजदेव (शब्द॰) ।