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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

झिलमिलाना ^१ क्रि॰ सं॰ [अनु॰]

१. रह रहकर चमकना । जुगजुगाना । उ॰— गल नल कंधर ग्रीव पुनि कंठ कपोटी कैन ? पीक लीक जहँ झिलमिलत सो छबि कीने औन ।— अनेकार्थ, पृ॰ २९ ।

२. प्रकाश का हिलना । ज्योति का सस्थिर होना ।

३. प्रकाश का टिमटिमाना । '

झिलमिलाना क्रि॰ स॰

१. किसी चीज को इस प्रकार हिलाना कि जिसमें वह रह रहकर चमके ।

२. हिलाना । कँपाना ।