झारा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ झारना] १. पतली छवी हुई भांय । २. वह सूप जिससे अन्न को फटककर सरसों इत्यादि से पृथक् करते हैं । झरना । †— ३. लाठी तेजी से चलाने का हुनर ।