प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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झाबा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ झापना(=ढ़ाँकना)]

१. टोकरा । खाँचाँ । हठ्ठे का बड़ा दौरा । उ॰— हम लोग दो रोटी के लिये सिर पर झाबा रखे तरकारी बेचते फिरें ।—फूलो॰, पृ॰ ११ ।

२. घी, तेल आदि तरल पदार्थो के रखने का चमड़े का टोंटीदार बरतन ।

३. चमड़े का बना हुआ गोल थाल जिसमें पंजांब में लोग आटा छानते हैं । इसे सफरा कहते हैं ।

४. रोशनी का झाड़ जो लटकाया जाता है ।

५. दे॰ 'झब्बा' ।