झाक पु संज्ञा पुं॰ [प्रा॰ झक्क] बज्रपात । अशनिपात । उ॰—(१) वह वह रुकह कै कै हाक । बज्जै विषम आवध झाक ।—पृ॰ रा॰, ९ ।१९३ ।