प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

झल्ल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. व्रात्य अर्थात संस्कारहीन क्षत्रिय और सवर्ण स्त्री से उत्पन्न वर्णसंकर जाति ।

२. भाँड या विदूषक ।

३. पटह था हुड़ुक नामक बाजा ।

४. लपट । ज्वाला । उ॰— बहिन को देखकर उसे अधिक क्रोध आजा, क्योंकि उसकी आँखों में जैसे झल्ल सी उठने लगची, जिसे द्खकर हम तीनों भयभीत हो जाते ।—अंधेरे॰, पृ॰ २६ ।

झल्ल ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] झल्ला होने का भाव ।