झमक संज्ञा स्त्री॰ [अनु॰] १. चमक का अनुकरण । २. प्रकाश । उजेला । ३. झम झम शब्द । उ॰—पग जेहरि बिछियन की झमकनि चलत परस्पर बाजत । सूर स्याम सुख जोर ी मणि कंचन छवि लाजत ।—सूरक (शब्द॰) ४. ठसक या नखरे की चाल ।
झमक संज्ञा पुं॰ [सं॰] जली हुई ईंट । झावाँ ।