झड़न संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ झड़ना] १. जो कुछ झड़ के गिरे । जड़ी हुई चीज । २. झड़ने की क्रिया या भाव । ३. लगाए हुए धन का मुनाफा या सूद ।—(क्व॰) । यौ॰—झड़नझुड़न = दे॰ 'झरन' ।