झटकाना पु † क्रि॰ स॰ [हिं॰ झटकना] झटके से स्थानच्युत कर देना झटके से अस्तब्यस्त कर देना ।—उ॰—याहि लालच अँकवारि भरत हो, हार तोरि चोली झटकाई ।—सूर (शब्द॰) ।