झंझकार पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ झङ्कार] झंकार । झन् झन् की मधुर ध्वनि । उ॰—निगम चारि उतपति भयो चतुरानन मुख वैन । उचरेउ शब्द अनाहदा झंझकार मद ऐन ।—संत॰ दरिया, पृ॰ ४० ।