झझकारना क्रि॰ स॰ [अनु॰] १. डपटना । डाँटना । २. दुर- दुराना । ३. अपने सामने कुछ न गिनना । किसी को अपने आगे मंद बना देना । उ॰—नख मानो चँद्र बाण साजि कै झझकारत उर आग्यो । सूरदास मानिनि रण जीत्यों समर संग डरि रण भाग्यो ।—सूर (शब्द॰) ।