झक्की वि॰ [अनु॰ या प्रा॰ झंख] १. व्यर्थ की बकवाद करनेवाला । बहुत बक बक करनेवाला । २. जिसे झक सवार हो । जों आदमी अपनी धुन के आगे किसी की न सुने । सनकी ।