ज्योतिस्नात वि॰ [सं॰ ज्योतिः + स्नात] प्रकाशपूर्ण । उ॰— ज्योतिस्नात जीवनपथ पर अब चरण चार गंतव्य एक हो ।—अग्नि॰, पृ॰ ३५ ।