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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ज्ञानयज्ञ संज्ञा पुं॰ [सं॰] ज्ञान द्वारा अपनी आत्मा का परमात्मा में हवन अर्थात् आत्मा और परमात्मा का संयोग या अमेदज्ञान । ब्रह्मज्ञान ।