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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ज्ञातव्य वि॰ [सं॰] जो जाना जा सके । जिसे जानता हो अथवा जिसे जानना उचित हो । ज्ञेय । वेद्य । बोधगम्य । विशेष—श्रुति उपनिषद् आदि में आत्मा को ही एक मात्र ज्ञातव्य माना है । उसे जान लेने पर फिर कुछ जानना बाकी नहीं रह जाता ।