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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

जोधा ^१पु † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'योद्धा' । उ॰—(क) प्रगट कपाट बड़े दीने है बहु जोधा रखवारै ।—सूर (शब्द॰) । (ख) सुर प्रभु सिंह ध्वनि करत जोधा सकल जहाँ तहँ करन लागे लराई ।—सूर (शब्द॰) ।

जोधा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰] जोता नाम की रस्सी जो जुआठे में बंधी रहती है और जिसमें बैलों के सिर फँसाए जाते हैं ।